श्रीवैष्णव – बालपाठ – आळवन्दार् (श्री यामुनाचार्य स्वामीजी)

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << उय्यक्कोण्डार् (श्री पुण्डरिकाक्ष स्वामीजी) और मणक्काल् नम्बि (श्री राममिश्र स्वामीजी) व्यास और पराशर अपने मित्र अत्तुज़्हाय् के साथ आण्डाल दादी के घर में प्रवेश करते हैं। आण्डाल दादी अपने हाथों में प्रसाद के साथ उनका स्वागत करती हैं। दादी : आपका स्वागत है अत्तुज़्हाय् … Read more