श्रीवैष्णव – बालपाठ – अपचार (अपराध)

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः बालपाठ पिछ्ला पराशर, व्यास, ववेदवल्ली और अतुलाय ने अण्डाल दादी के घर में प्रवेश करते है | दादी: स्वागत है बच्चों। अपने हाथ-पैर धोएं। मैं तुम्हें पेरुमाल को चढ़ाए हुए फल दूँगी । क्या आप जानते हैं इस महीने क्या विशेष है ? … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – कैंकर्य (सेवा)

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः बालपाठ पिछ्ला पराशर, व्यास, ववेदवल्ली और अतुलाय ने अण्डाल दादी के घर में प्रवेश करते है | दादी: स्वागत है बच्चों। अपने हाथ-पैर धोएं। मैं तुम्हें पेरुमाल को चढ़ाए हुए फल दूँगी । क्या आपने आलवन्दार स्वामीजी का तिरुनक्षत्र मनाया था? पराशर : … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – शुरुआत के मार्गदर्शक – अनुष्टानम (सर्वोत्तम अभ्यास)

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः बालपाठ पिछ्ला पराशर, व्यास, ववेदवल्ली और अतुलाय ने अण्डाल दादी के घर में प्रवेश किया। दादी : स्वागत बच्चो | आप सब अपने हाथ एवं पॉंव धोकर आयो में तुम्हे भगवान का प्रसाद दूंगी | क्या आप जानते हो की इस मास में … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ- वेदांताचार्य

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ पिछ्ला आण्डाल दादी एक माला बना रही थी और आने जाने वालो को अपने घर से मंदिर जाते हुए देख रही थी। उन्होंने अपनी आंखों के एक कोने से अपने घर में भाग रहे बच्चों को पकड़ा और खुद मुस्कुराई। उन्होंने पेरिया पेरुमाल और थायार … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – अष्टदिग्गज शिष्यगण एवं अन्य

श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः बालपाठ पिछ्ला दादी : स्वागत बच्चो , आशा करती हुई की आप सबको पिछले समय की चर्चा याद होगी | बच्चे (एक साथ ) : नमस्ते दादी जी, हमें सब याद है , और हम जहाँ आपसे अष्टदिग्गज शिष्यगण के बारे में जानना … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – तिरुवाइमोळि पिळ्ळै (श्रीशैलेश स्वामीजी)

श्रीःश्रीमते शठकोपाय नमःश्रीमते रामानुजाय नमःश्रीमद्वरवरमुनये नमःश्री वानाचलमहामुनये नमः बालपाठ पिछ्ला आण्डाल दादी जी रसोई घर में खाना बनाने में व्यस्त थी जब बच्चे उनके घर में प्रवेश किये ताकि सब बच्चे लोकाचार्य स्वामीजी के शिष्यों के बारे में जान सके | आण्डाल दादी जी सभी बच्चो का मुस्कुराकर स्वागत करती है | दादीजी इस प्रतीक्षा … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – अऴगिय मणवाळ मामुनि

श्री:  श्रीमते शठकोपाये नमः  श्रीमते रामानुजाये नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः बालपाठ पिछ्ला दादी बच्चो का स्वागत करती है और पूछती है की आचार्य श्री अऴगिय मणवाळ मामुनि के बारें में जानने और सुनने के लिए कौन कौन उत्साहित हैं । दादी : स्वागत बच्चो, आप सभी ने अपनी गर्मी की छुट्टी का आनंद कैसे … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – पिळ्ळै लोकाचार्य शिष्य

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ पिछ्ला पराशर और व्यास दादी माँ के घर में वेदवल्ली और अतुळाय के साथ पिळ्ळै लोकाचार्य (श्री लोकाचार्य स्वामीजी) के शिष्यों के बारे में जानने की जिज्ञासा के साथ प्रवेश करते हैं। दादी : सुस्वागतम बच्चो, आप सब कैसे है ? मैं आप सभी के चेहरे … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – पिळ्ळै लोकाचार्य (श्री लोकाचार्य स्वामीजी) और नायनार

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << नम्पिळ्ळै शिष्य पराशर और व्यास दादी माँ के घर में वेदवल्ली और अतुळाय के साथ प्रवेश करते हैं। बच्चे दादी माँ को तिरुप्पावै का पाठ करते हुए देखते हैं और उसके खत्म होने तक प्रतीक्षा करते हैं। दादी ने अपना पाठ समाप्त किया और … Read more

श्रीवैष्णव – बालपाठ – नम्पिळ्ळै शिष्य

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << नम्पिळ्ळै (श्री कलिवैरिदास स्वामीजी) अंडाल दादी रसोई घर में खाना बना रही होती है जब पराशर, वेद व्यास, वेदवल्ली और अतुळाय साथ में दादी के घर में प्रवेश करते है। दादी बच्चों की बात सुनके, बच्चों के स्वागत के लिए लिविंग रूम के अंदर … Read more