बालपाठ – पेरियाऴ्वार (श्री विष्णुचित्त स्वामीजी)

श्री:  श्रीमते शठकोपाये नमः  श्रीमते रामानुजाये नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << कुलशेखर आळ्वार सुंदर रविवार की सुबह आण्डाल दादी अपने घर के बाहर बरामदा में बैठति हैं और भगवान विष्णु के लिए माला बनाती हैं। व्यास और पराशर इधर आओ और मेरे बगल में बरामदे पर बैठो| वे दोनों आण्डाल दादी को उत्सुकता से देखते हैं| … Read more