बालपाठ – पेरियाऴ्वार (श्री विष्णुचित्त स्वामीजी)

श्री:  श्रीमते शठकोपाये नमः  श्रीमते रामानुजाये नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << कुलशेखर आळ्वार सुंदर रविवार की सुबह आण्डाल दादी अपने घर के बाहर बरामदा में बैठति हैं और भगवान विष्णु के लिए माला बनाती हैं। व्यास और पराशर इधर आओ और मेरे बगल में बरामदे पर बैठो| वे दोनों आण्डाल दादी को उत्सुकता से देखते हैं| … Read more

बालपाठ – मुदल् आऴ्वार – भाग 2

श्री:  श्रीमते शठकोपाये नमः  श्रीमते रामानुजाये नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << मुदल् आऴ्वार – भाग 1 आण्डाल दादी: व्यास और पराशर मुदल् आऴ्वार सन्निधि से बाहर निकलते हैं । पराशर: दादी, मुदल् आऴ्वार को देखकर अच्छा लगा । दादी क्या ये 3 आऴ्वार सदैव एक साथ रहते हैं? आण्डाल दादी: यह अच्छा सवाल है । उनका … Read more

बालपाठ – मुदल् आऴ्वार – भाग 1

श्री:  श्रीमते शठकोपाये नमः  श्रीमते रामानुजाये नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << आऴ्वारों का परिचय आण्डाल दादी: व्यास और पराशर को श्रीरंगम मंदिर में मुदल् आऴ्वार सन्निधि में लेने जाने के लिए योजना बना रही है ताकि उन्हें मुदल् आऴ्वारों की महिमा समझा सकें । पोइगै आऴ्वार – सारयोगी भूतदाऴ्वार – भूतयोगी महदाह्वययोगी आण्डाल दादी: व्यास और … Read more

बालपाठ – श्रीमन्नारायण की दिव्य कृपा

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << श्री महालक्ष्मी जी की मातृ प्रकृति   व्यास और परसार ने एक सुंदर रविवार की सुबह अंडाल दादी को अमलनादिप्पिरान का पाठ करते हुए सुना । पराशर: दादी, आप क्या पाठ रही हैं ? हम प्रतिदिन सुनते हैं कि आप सुबह इसका पाठ करते … Read more

बालपाठ – श्री महालक्ष्मी जी की मातृ प्रकृति

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << श्रीमन्नारायण का दिव्य अर्चा विग्रह और गुण अगले दिन दादी, पराशर और व्यास को उत्तर गली के माध्यम से श्री रंगम मंदिर तक ले जाती हैं । जैसे ही वे मंदिर में प्रवेश करते हैं व्यास और पराशर को उनके दाहिने तरफ एक सन्निधि … Read more

बालपाठ – श्रीमन्नारायण का दिव्य अर्चा विग्रह और गुण

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << श्रीमन्नारायण कौन है ? व्यास और पराशर अपने दोस्तों के साथ खेलने के बाद, आण्डाल दादी के घर वापस आकर उन्होंने देखा कि आण्डाल दादी एक पात्र में फल, फूल और सूखे फल की व्यवस्था कर रही है । व्यास: दादी, आप किसके लिए … Read more

ஸ்ரீவைஷ்ணவம் – பால பாடம் – எம்பார்

ஸ்ரீ: ஸ்ரீமதே சடகோபாய நம: ஸ்ரீமதே ராமானுஜாய நம: ஸ்ரீமத் வரவரமுநயே நம: ஸ்ரீவைஷ்ணவம் – பால பாடம் << ராமானுஜர் – பகுதி – 2 பராசரன், வ்யாசன், வேதவல்லி, அத்துழாய் நால்வரும் ஆண்டாள் பாட்டியின் வீட்டிற்கு வருகிறார்கள். பாட்டி : வாருங்கள் குழந்தைகளே. கை கால்களை அலம்பிக் கொள்ளுங்கள். நான் உங்களுக்கு கொஞ்சம் ப்ரசாதம் தருகிறேன். நாளைய தினத்திற்கு என்ன சிறப்பு தெரியுமா? நாளைக்கு ஆளவந்தாரின் திருநக்ஷத்ரம் ஆகும், ஆடி, உத்ராடம். உங்களில் யாருக்கு … Read more

बालपाठ – श्रीमन्नारायण कौन है ?

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ << श्रीवैष्णव संप्रदाय से परिचय आण्डाळ दादी पराशर और व्यास को साथ में श्रीरंगम मंदिर ले जाती है | व्यास:  वाह  दादी, यह एक विशाल मंदिर है | हमने इससे पहले इतना बड़ा मंदिर नहीं देखा । हमने ऐसे विशाल महलों में रहने वाले राजाओं … Read more

బాల పాఠము – శ్రీమహాలక్ష్మి మాతృ గుణము

శ్రీః  శ్రీమతే శఠకోపాయ నమః  శ్రీమతే రామానుజాయ నమః  శ్రీమత్ వరవరమునయే నమః శ్రీవైష్ణవం – బాల పాఠము <<బాల పాఠము – శ్రీమన్నారాయణుడి దివ్య అర్చారూపగుణాలు మర్నాడు, బామ్మగారు పరాశర వ్యాసులిద్దరిని శ్రీ రంగం ఆలయానికి ఉత్తర వీధి ద్వారా తీసుకువెళ్ళుతుంది. పిల్లలిద్దరి దృష్టి కుడి వైపున ఉన్న ఒక సన్నిధివైపుకి మల్లింది. వ్యాస: నాన్నమ్మ, ఇది ఎవరి సన్నిధి? బామ్మగారు: వ్యాస, ఇది శ్రీరంగనాయకి తాయార్ సన్నిధి. పరాశర: నాన్నమ్మ, కానీ నిన్న ఊరేగింపులో … Read more

बालपाठ – श्रीवैष्णव संप्रदाय से परिचय

श्री: श्रीमते शठकोपाये नमः श्रीमते रामानुजाये नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः बालपाठ आण्डाल दादी तिरुप्पावै पढ़ रही है, जब पराशर और व्यास उसके पास चलते हैं। पराशर: दादी, हमारे पास संदेह है। हम श्रीवैष्णव संप्रदाय के बारे में सुनते रहते हैं, कृपया मुझे बताएं कि इसका मतलब क्या है। आण्डाल दादी: ओह, बहुत अच्छा सवाल पराशर, श्री … Read more